झाबुआ, 24 अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार भानू भूरिया को 27 हजार 804 मतों से हरा दिया है। इसी के साथ सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपनी इस परंपरागत सीट को मुख्य विपक्षी दल भाजपा से छीन लिया है। कांतिलाल भूरिया को 96 हजार 155 मत मिले, जबकि पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे भानू भूरिया केवल 68 हजार 351 मत हासिल कर सके। अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित यह सीट भाजपा के विधायक गुमान सिंह डामोर को बीते लोकसभा चुनाव में सांसद चुन लिए जाने के बाद से रिक्त थी। डामोर ने वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार एवं कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को 10,437 वोटों से हराया था। इस जीत के साथ मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ कांग्रेस के सदस्यों की संख्या बढ़कर 115 हो गई है, जो अपने दम पर अकेले बहुमत के 116 के जादुई आंकड़े से अब भी एक कम है। बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से कांग्रेस राज्य में सरकार चला रही है। वहीं, इस हार के साथ भाजपा के विधायकों की संख्या 109 से घट कर 108 रह गई है। इस जीत पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि यह जनता के भरोसे की जीत है और जनता ने मेरी सरकार के कामकाज पर मुहर लगाई है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पर कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को बहुत-बहुत बधाई। क्षेत्र के मतदाताओं व कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार। क्षेत्र की जनता ने भाजपा के झूठ, फरेब, जुमलों को नकारकर कांग्रेस की रीति-नीतियों व कांग्रेस सरकार के जनहित के कार्यों पर मुहर लगायी है।’’ कमलनाथ ने कहा, ‘‘यह झाबुआ की जनता की ओर से दिया गया दीपावली का तोहफ़ा है। चुनाव में जनता से किये सभी वादों को पूरा कर हम झाबुआ की तस्वीर बदलेंगे। यह हमारा संकल्प है।’’
Source: Madhyapradesh