समाजवादी पार्टी (एसपी) नेता और लोकसभा सांसद आजम के रामपुर किले को भेदने में बीजेपी एक बार फिर नाकाम हुई हैं। की पत्नी और एसपी उम्मीदवार ने 7 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज कर ली है। दूसरे नंबर पर बीजेपी के भारत भूषण रहे।
डॉ. तजीन ने 79,037 वोट हासिल कर बीजेपी के भारत भूषण को 7727 वोटों से मात दी। भारत भूषण को 71310 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के अरशद अली खान 4178 वोटों के साथ तीसरे और बीएसपी के जुबैर मसूद खान 3441 वोटों के साथ चौथे स्थान पर रहे। नोटा को 1289 लोगों ने वोट दिया।
किसानों की जमीन हड़पने, बकरी और किताबें चोरी जैसे 80 से अधिक मामलों में कार्रवाई झेल रहे एसपी सांसद आजम खान के लिए यह सीट काफी मायने रखती हैं। उनके रामपुर से लोकसभा सांसद बनने के बाद ही यह सीट खाली हुई थी जिस पर एसपी ने उनकी पत्नी तंजीन फातिमा को अपना उम्मीदवार बनाया था। रामपुर चुनाव प्रचार की कमान पूरी तरह आजम खान और उनके परिवार के हाथ में रहीं।
कानूनी जांच झेल रहे आजम खान ने अपने पत्नी के समर्थन में कई रैलियां कीं। रैलियों में उन्होंने सत्ताधारी दल बीजेपी पर राजनीतिक विद्वेष के तहत मामलों में फंसाने का आरोप लगाया। एक-आध रैलियों में आजम खान भावुक तक हो गए।
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गैर-मुस्लिम कैंडिडेट कभी नहीं जीता
यूपी उपचुनावों में सबसे अधिक चर्चित सीट रामपुर रही। एसपी ने यहां से सांसद आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा समाजवादी पार्टी को अपना प्रत्याशी बनाया था। रामपुर में करीब 65 फीसदी आबादी मुस्लिम है। इस सीट से कभी कोई गैर-मुस्लिम कैंडिडेट नहीं जीता है।
Source: Uttarpradesh