महाराष्ट्र और हरियाणा में भले ही सरकार बनाने से दूर हो, लेकिन बीजेपी को लगे झटके से काफी खुश है। इन चुनावों के नतीजों पर पार्टी के सीनियर नेता ने कहा कि बीजेपी भले ही इन नतीजों को अहंकार में अपनी जीत मान रही हो, लेकिन असल में यह उसकी हार है। अगर बीजेपी अध्यक्ष को लगता है कि यह उनकी जीत है तो उन्हें अपनी जीत के मायने बदलने पड़ेंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 52 प्रतिशत वोट मिला था, जबकि कांग्रेस को 32 प्रतिशत वोट मिला था। आम चुनाव में बीजेपी को 203 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली थी। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने 240 सीटों के साथ सत्ता में आने का दावा किया था, लेकिन अब उनका गठबंधन सिर्फ 159 सीटें ही जीत पाया है।’
उन्होंने कहा कि इसी तरह हरियाणा में भी आम चुनाव में बीजेपी के पास 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 4 महीने पहले उन्होंने 79 सीटों पर बढ़त थी। लेकिन अब स्थिति यह है कि बीजेपी राज्य में अपना बहुमत खो चुकी है। अब बीजेपी बहुमत खो चुकी है।
आनंद शर्मा ने कहा कि यह किसी भी तौर पर बीजेपी की बड़ी हार है। उन्होंने कहा, ‘हम शाह के इस मत से सहमत नहीं हैं कि बीजेपी की बड़ी जीत हुई है। खट्टर को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।’ कांग्रेस और हमारे सीएम उम्मीदवार हुड्डा ने आह्वान किया है कि जो लोग बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ हैं, उन्हें साथ आना चाहिए। जनता ने यह जनादेश बीजेपी के खिलाफ दिया है, इसका सम्मान किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र में भी अन्य दलों के लोगों को साथ लेकर गई थी। सतारा की हार बीजेपी के लिए बहुत बड़ी है। बीजेपी के लिए आज जश्न मनाने का दिन नहीं है। बीजेपी भले ही अहंकार में चूर है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र ने राजनीतिक संतुलन बनाने का काम किया है। हम इसे एक शुरुआत मानते हैं। यह एक जागरुकता अभियान की शुरुआत है। यह सरकार गरीब, बेरोजगार और किसान विरोधी रही है।
Source: National