एक जाने-माने उद्योगपति हैं और हर साल एक टापू पर दबे हुए खजाने की खोज में खुदाई करवाते हैं। दरअसल चिली के एक छोटे से टापू पर दबे कथित खजाने की खोज में यह खुदाई हो रही है। चिली प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति दी है, लेकिन कुछ पर्यावरणविद और कार्यकर्ता इसके विरोध में हैं। विरोध करनेवालों का कहना है कि यह पर्यावरण को नुकसान पहुंचानेवाला कदम है।
खजाने को लेकर चर्चित है कई कहानियां
किस्से-कहानियों में दबे हुए खजाने के बारे में हम सबने सुना है। इस टापू में खजाने के छुपे होने की कहानी काफी पुरानी 18वीं सदी से जुड़ी है। खजाने से जुड़ी एक कहानी है कि 18वीं शताब्दी स्पेन में के गृह युद्ध के दौरान अमेरिका से होते हुए यहां सोने को सुरक्षित छुपाया गया था। कुछ लोग इसकी कीमत 10 बिलियन तक बताते हैं। कहा जाता है कि स्पेन के शाही घराने ने ऐडमिरल जुआन उबिला को खजाना यहां छुपाने के लिए सौंपा था।
ब्रिटिश सिपाहियों ने भी की थी खजाना ढूंढ़ने की कोशिश
कहा जाता है कि उबिला ने अपने मरने से पहले खजाने से छुपा राज ब्रिटिश सैन्य अधिकारी को बताई थी। बाद में उस ब्रिटिश अधिकारी ने एक अन्य कैप्टन को खजाना ढूंढ़ने के लिए भेजा था। हालांकि, उस कैप्टन की जहाज तूफान में फंस गया और उन्हें वापस लौटना पड़ा। कहा जाता है कि कैप्टन ने खजाने के बारे में सुनकर जहाज के सब स्टाफ और सदस्यों को मार डाला और खजाने की खोज शुरू की, लेकिन सफल नहीं हो सका।
हर साल करते हैं खुदाई
डच बिजनसमैन बर्नार्ड कइजर इस खजाने को ढूंढ़ने के लिए हर साल कोशिश करते हैं। 10 लोगों की टीम के साथ टापू के खास हिस्से की खुदाई करते हैं। हालांकि, पिछले कुछ वक्त से इस खुदाई के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता प्रदर्शन भी कर रहे हैं। जमीन के अंदर गुफा खोदकर कथित खजाने को खोजने के लिए अभियान चलाया जाता है।
Source: International