- स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल में 29 हजार 158 भवनों का प्राक्कलन अपलोड
- 1918 स्कूलों की मरम्मत पूर्ण और 13,495 स्कूल भवनों के रेनोवेशन का कार्य जोरो पर
रायपुर, 12 जुलाई 2023/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर राज्य में सरकारी स्कूल, छात्रावास एवं आश्रम शाला भवनों की मरम्मत, रंग-रोगन एवं आवश्यक अधोसंरचना के निर्माण का काम तेजी से कराया जा रहा है। अब तक 1918 स्कूलों की मरम्मत का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि 13,495 भवनों की मरम्मत एवं रंग-रोगन का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। स्कूलों, छात्रावासों एवं आश्रम शालाओं के रेनोवेशन का यह कार्य ‘मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना’ के अंतर्गत कराया जा रहा है। इसके लिए अब तक 2033 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है।
गौरतलब है कि राज्य में शैक्षणिक संस्थानों जैसे स्कूल, छात्रावास, आश्रम शालाओं में आवश्यक मरम्मत एवं अधोसंरचना के निर्माण के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ‘मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना’ संचालित की जा रही है, इस योजना का उद्देश्य शाला भवनों एवं छात्रावासों की मरम्मत एवं रेनोवेशन कराया जाना है। इसके साथ ही यदि कोई भवन जर्जर एवं अनुपयोगी हो गया हो तो उसको डिमॉलिस कराने के साथ ही आवश्यकतानुसार अतिरिक्त कमरों का निर्माण किया जाना है।

मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के राज्य में स्कूल भवनों, छात्रावासों के मरम्मत एवं रेनोवेशन के लिए 27,514 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिसकी लागत 2033 करोड़ रूपए है, तहत छत्तीसगढ़ में 26 हजार 388 स्कूलों को संवारने का कार्य किया जा रहा है। शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टरों द्वारा अब तक 26,388 निर्माण कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है, जिनमें से 1918 कार्य पूरे कर लिए गए हैं और 13,495 कार्य प्रगति पर हैं। जिन स्कूलों, आश्रम शालाओं, छात्रावासों में मरम्मत कार्य पूर्ण हो गया है, वे अब नए स्वरूप में नजर आ रहे हैं, यहां बच्चों को बेहतर परिवेश में पढ़ने की सुविधा मिल रही है।

मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के राज्य में स्कूल भवनों, छात्रावासों के मरम्मत एवं रेनोवेशन के लिए 27,514 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिसकी लागत 2033 करोड़ रूपए है, तहत छत्तीसगढ़ में 26 हजार 388 स्कूलों को संवारने का कार्य किया जा रहा है। शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टरों द्वारा अब तक 26,388 निर्माण कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है, जिनमें से 1918 कार्य पूरे कर लिए गए हैं और 13,495 कार्य प्रगति पर हैं। जिन स्कूलों, आश्रम शालाओं, छात्रावासों में मरम्मत कार्य पूर्ण हो गया है, वे अब नए स्वरूप में नजर आ रहे हैं, यहां बच्चों को बेहतर परिवेश में पढ़ने की सुविधा मिल रही है।