भारत में धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठाएंगे ट्रंप!

वाशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति अगले हफ्ते अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के सामने धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठा सकते हैं। वाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दुनिया धार्मिक स्वतंत्रता कायम रखने के लिए भारत की तरफ देख रही है। अधिकारी ने कहा कि अमेरिका, भारत की लोकतांत्रिक परम्पराओं और संस्थानों का बहुत सम्मान करता है।

‘भारत दुनिया के चार बड़े धर्मों का उद्गमस्थल है’
वाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि भारत धार्मिक और भाषायी रूप से समृद्ध और सांस्कृतिक विविधता वाला देश है। उन्होंने आगे कहा, ‘यहां तक कि वह दुनिया के चार बड़े धर्मों का उद्गम स्थल है।’ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल चुनाव जीतने के बाद अपने पहले भाषण में इस बारे में बात की थी कि वो भारत के धार्मिक अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने को प्राथमिकता देंगे और निश्चित तौर पर दुनिया की निगाहें कानून व्यवस्था के तहत धार्मिक स्वतंत्रता बनाए रखने और सभी के साथ समान व्यवहार करने के लिए भारत पर टिकी है।’

24 फरवरी से दो दिवसीय भारत दौरे पर ट्रंप
वाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारी ने कॉन्फ्रेंस कॉल में पत्रकारों से कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प अपने सार्वजनिक और निश्चित तौर पर निजी, दोनों भाषणों में हमारी साझा लोकतांत्रिक परम्परा और धार्मिक आजादी के बारे में बात करेंगे। वो इन मुद्दों को उठाएंगे। खासतौर से धार्मिक आजादी का मुद्दा, जो इस प्रशासन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।’

पीएम मोदी से मुलाकात में सीएए-एनआरसी पर बात कर सकते हैं ट्रंप
ट्रंप के भारत दौरे को लेकर वाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारी से पूछा गया था कि क्या संशोधित नागरिकता कानून () या पर ट्रंप की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की योजना है। इस पर वाइट हाउस के अधिकारी ने बताया, ‘हमारी सार्वभौमिक मूल्यों, कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की साझा प्रतिबद्धता है। हम भारत की लोकतांत्रिक परम्पराओं और संस्थानों का बड़ा सम्मान करते हैं और हम भारत को उन परम्पराओं को बरकरार रखने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।’

के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया
सीएए और एनआरसी के सवाल पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘हम आपकी ओर से उठाए गए कुछ मुद्दों को लेकर चिंतित हैं। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी बैठक में इन मुद्दों को उठाएंगे। दुनिया अपनी लोकतांत्रिक परम्पराओं, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान बनाए रखने के लिए भारत की ओर देख रही है।’ अधिकारी ने कहा, ‘जाहिर तौर पर भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान और सभी धर्मों से समान व्यवहार की बात है। यह राष्ट्रपति के लिए महत्वपूर्ण है और मुझे भरोसा है कि इस पर बात होगी।’

बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप का 24 और 25 फरवरी को भारत दौरा है, इस दौरान उनका अहमदाबाद, आगरा और नयी दिल्ली जाने का कार्यक्रम है।

Source: International

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