ईरान में संसदीय चुनाव के लिए वोटिंग, किसे फायदा

तेहरान
में शुक्रवार को संसदीय के लिए चल रहा है जिसमें रूढ़िवादियों को फायदा मिलने की संभावना जताई गई है। सरकारी चैनल ने ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला अली खामनेई को पहला वोट देते दिखाया गया। वोट डालने के बाद खामनेई ने जनता से ‘जल्द से जल्द’ मतदान में हिस्सा लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसा करके वह ‘देश के राष्ट्रीय हित सुनिश्चित करेंगे’।

अमेरिका से तनाव के बीच ईरान में वोटिंग
देश में यह 11वां संसदीय चुनाव है और यह ऐसे वक्त में हो रहा है जब अमेरिका और ईरान के बीच भीषण तनाव है। यूक्रेन के हवाईजहाज को गलत तरीके से गिराए जाने के बाद देश में सरकार विरोधी स्वर भी तेज हैं। जानकारों के अनुसार रूहानी के मुकाबले रूढ़िवादियों को मतदाताओं का अधिक समर्थन मिलेगा। रूहानी 2017 में नागरिकों को अधिक आजादी और पश्चिमी देशों से बेहतर संबंधों के वादे के साथ सत्ता में वापस आए थे।

रूढ़िवादियों को फायदा मिलने की संभावना
38 वर्षीय बेरोजगार शख्स आमिर मोहतशम ने कहा कि ईरान की सबसे बड़ी समस्या अस्थिरता और अशांति है। उन्होंने कहा, “हमारे चुनाव बेकार हैं। यहां तक की वर्तमान की के करीब 90 सदस्यों के खिलाफ आर्थिक भ्रष्टाचार की जांच जारी है।” देश के 31 प्रांतों की करीब 290 सीटों के लिए 16,033 उम्मीदवार मैदान में हैं। ईरान में करीब 5.8 करोड़ मतदाता हैं। इससे पहले चुनाव निगरानी संस्था गार्डियन काउंसिल ने हजारों प्रत्याशियों को अयोग्य करार देते हुए उनकी उम्मीदवारी निरस्त कर दी थी। इनमें से अधिकतर उदारवादी थे।

Source: International

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