-अगस्त 2019 में दिल्ली के रूपनगर में दर्ज हुई थी जीरो में एफआईआर
-मूलरूप से मेरठ की रहने वाली है पीड़िता, मसूरी लिखवाया गया था एड्रेस
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वरिष्ठ संवाददाता, गाजियाबाद
Bमसूरी थाना क्षेत्र से युवती को अगवा कर दिल्ली में गैंगरेप के 6 महीने बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। इससे परेशान पीड़िता ने गुरुवार को एसएसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की है। युवती का आरोप है कि गैंगरेप जैसे मामले में पुलिस कार्रवाई करने के बजाय मेरठ जाकर उसकी बहन को धमका रही है। मामले में एसएसपी ने संबंधित थाना पुलिस को मामले की जांच के लिए कहा है।
जानकारी के अनुसार, मूलरूप से मेरठ की रहने वाली पीड़िता एक साल पहले अपने भाई की बीमारी के चलते डासना आई थी। उसने बताया कि मेरठ के ही रहने वाले एक युवक से उसकी मुलाकात हुई थी। 27 अगस्त 2019 को वह डासना में भाई की दवा लेने जा रही थी। आरोप है कि रास्ते में उस युवक समेत 3 लोगों ने उसे अगवा कर लिया। तीनों ने कार में गैंगरेप कर उसे दिल्ली के रूपनगर में फेंक दिया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। दिल्ली में जीरो एफआईआर दर्ज होने के बाद मसूरी थाने में भेजा गया, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
Bकेस की जानकारी मांगी तो बहन को धमकाया
Bपीड़िता ने बताया कि 27 अगस्त को वारदात के बाद उसने दिल्ली पुलिस को अपना पता मसूरी बताया था, लेकिन उसका मूल पता मेरठ का था। मामले में कई महीनों तक कार्रवाई नहीं हुई तो दिल्ली पुलिस से इसकी जानकारी मांगी। इस दौरान बताया गया कि केस को मसूरी थाने भेजा गया है। कुछ दिन पहले उसने यहां से जानकारी मांगी तो बुधवार को मूल पते पर एक दरोगा को भेजा गया। आरोप है कि उसने उनकी बहन के साथ अभद्रता कर जेल में बंद करने की धमकी दी।
Bभाभी के मामले से जोड़ रही पुलिस
Bपुलिस के मुताबिक, प्राथमिक जांच में सामने आया है कि युवती के भाई और भाभी के बीच विवाद चल रहा है। इसमें उसके भाई समेत परिवार के लोगों पर दहेज की धाराओं में केस दर्ज है। मामले में पीड़िता ने कहा कि भाई-भाभी का मामला परामर्श केंद्र में चल रहा है। आरोपित भाभी के परिवार के नहीं है। कार्रवाई नहीं करनी पड़े, इसलिए पुलिस गुमराह कर रही है।
Source: Uttarpradesh