चीन: सप्लाई विमान से अपनों को लाएगा भारत

वुहान
भारत ने चीन के वुहान में मौजूद अपने नागरिकों से अपील की है कि वे अगर भारत लौटना चाहते हैं तो हमारे हॉटलाइन नंबर से संपर्क कर सकते हैं। दरअसल, भारत मेडिकल सप्लाई के लिए अपने विमान चीन भेज रहा है और वापसी के दौरान इसमें मौजूद जगह का इस्तेमाल भारतीयों को लाने में किया जाएगा।

चीन में मौजूद भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘भारत सरकार सप्ताह के अंत में कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में चीन की मदद के लिए राहत विमान में मेडिकल सप्लाई भेजेगा। लौटते वक्त, विमान में सीमित जगह होगी, जिसमें भारत आने के इच्छुक लोगों को बिठाया जाएगा।’ इसने आगे कहा, ‘कई भारतीय नागरिकों वुहान/हुबई में मौजूद हैं और भारत लौटना चाहते हैं, जो कि पहले ही भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं।’

दूतावास ने ट्वीट किया, ‘हम वुहान/हुबई में रह रहे भारतीयों से अपील करते हैं जो भी इस फ्लाइट से भारत आना चाहते हैं और जिन्होंने अब तक हमसे संपर्क नहीं किया है वे तत्काल हमारे हॉटलाइन नंबर 8618610952903 और 8618612083629 से संपर्क कर सकते हैं।’

चीन में फंसे भारतीय सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिये अपनी आपबीती शेयर कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगा रहे हैं। रविवार को ऐसे ही वुहान में फंसे एक भारतीय दंपती ने भारत सरकार से उन्हें जल्द-जल्द निकालने की अपील की थी। यूपी के रहने वाले आशीष यादव वुहान टेक्साटइल यूनिवर्सिटी में असोसिएट प्रफेसर हैं जबकि उनकी पत्नी नेहा पीएचडी कर रही हैं।

आशीष के मुताबिक, नेहा की सर्जरी की वजह से वे तब भारत नहीं लौट पाए जब एयर इंडिया की फ्लाइट भारतीयों को लाने वुहान पहुंची थी। इस जोड़े ने एक विडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने वुहान की स्थिति और अपनी मुश्किलों का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई। विडियो में आशीष ने कहा, ‘मेरा नाम अशीष यादव है और यह मेरी पत्नी नेहा यादव है। मैं वुहान टेक्सटाइल यूनिवर्सिटी में असोसिएट प्रफेसर हूं। मैं पीएम से हमें जल्द से जल्द यहां से बाहर ले जाने की अपील करता हूं।’

वहीं, नेहा बताती हैं कि भारत में उनके पैरंट्स बेहद डरे हुए हैं। इस जोड़े ने बताया कि उनके पास खाने-पीने की चीजें खत्म हो रही हैं। उन्होंने बताया कि इलाके में भारी बारिश हो रही है और हिमपात भी हो रहा है। इस मुश्किल घड़ी में वे बिल्कुल अकेले हैं क्योंकि वे जिस बिल्डिंग में रह रहे थे वह पूरी तरह से खाली हो गया है। अभी, यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि इस दंपती ने दूतावास की हॉटलाइन से संपर्क किया है या नहीं।

Source: International

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