विदिशा: बछड़े की मौत पर पंचायत ने सुनाया नाबालिग बेटी की शादी का फरमान

के विदिशा में एक हैरान करने वाला वाकया सामने आया है। यहां के पाथरी थानाक्षेत्र स्थित एक गांव में एक शख्स की गलती ने एक बछड़े की जान ले ली। बछड़े की मौत पर पंचायत बैठ गई। पंचायत ने फैसला सुनाया कि जिस शख्स की गलती की वजह से गाय के बछड़े की जान गई है, उसे ‘प्रायश्चित’ करने के लिए अपनी नाबालिग बेटी की शादी करनी होगी।

पंचायत के फैसले पर शख्स नाबालिग बेटी की शादी के लिए राजी हो गया और शादी की तैयारियां भी शुरू कर दीं। हालांकि ऐन मौके पर पुलिस के पहुंचने से शादी नहीं हो सकी। बता दें कि राज्य के ग्रामीण अंचलों में अगर किसी से कोई गाय मर जाती है तो उस पर तमाम तरह के सामाजिक प्रतिबंध लगा दिए जाते हैं। इनमें गाय को मारने वाले शख्स को गंगा स्नान, गांव के लिए भोज की व्यवस्था और कई बार तो नाबालिग बेटी की शादी तक करने को कहा जाता है। ग्रामीण गाय की हत्या करने वाले को अपराधी की नजर से देखते हैं और उनका मानना है कि पाप से छुटकारा पाने का एकमात्र उपाय कन्यादान ही है।

गंगा स्नान और भोज से ‘खुश’ नहीं हुए गांववालेमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ महीने पहले एक शख्स अपनी बाइक से जा रहा था तभी गलती से एक बछड़ा बीच सड़क पर आ गया और उसकी मौत हो गई। इसके बाद उस शख्स ने गंगा स्नान किया और गांववालों को भोज देने को भी तैयार हो गया, लेकिन गांववालों ने ऐसा मानने से इनकार कर दिया। गांववालों ने कहा कि उसे अपनी नाबालिग बेटी की शादी करनी होगी।

पुलिस-प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर रुकवाई शादी
पंचायत के फैसले की खबर राज्य महिला और बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग और पुलिस टीम को लगी। उन्हें जब पता चला कि लड़की नाबालिग है तो वह पूरे दल-बल के साथ शुक्रवार को गांव पहुंचे। जब टीम गांव में पहुंची तो वहां शादी की तैयारियां चल रही थीं और बहुत से रिश्तेदार मौजूद थे। हालांकि परिवार ने प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध किया और कहा कि लड़की नाबालिग है। आधार कार्ड में लड़की की जन्म तिथि 1 जनवरी, 2007 की है जिसके अनुसार वह नाबालिग है। टीम ने परिवार के सदस्यों से एक लिखित में लिया कि 18 वर्ष की होने तक लड़की की शादी नहीं होगी। परिवार के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।

Source: Madhyapradesh

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