भारत का सबसे बड़ा चाइना टाउन तांगरा इन दिनों वीरान है। पूर्वी कोलकाता जिले में स्थित तांगरा दुनियाभर में महामारी का रूप लेते जा रहे करॉना वायरस का अंजाने में शिकार हो गया है। चीन के वुहान शहर से फैले करॉना वायरस से दुनियाभर में अब तक 1483 लोगों की मौत हो गई है और 63 हजार लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं।
तांगरा टाइप चायनीज फूड की उत्पत्ति तांगरा कस्बे से हुई थी और इसकी देशभर में उपस्थिति है। वुहान से 2700 किमी दूर स्थित तांगरा में अभी तक करॉना से संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इसके बाद भी यहां के छोटे-बड़े कुल 40 रेस्तरां में सन्नाटा पसर गया है। बड़ी संख्या में लोगों का अचानक चायनीज खाने से मोहभंग हो गया है।
तांगरा के रेस्त्रां से दूरी बना रहे लोग
तांगरा में करीब 2500 चीनी-भारतीय नागरिक और कोलकाता के एक अन्य चाइना टाउन तिरेत्ता बाजार में करीब 2 हजार लोग रहते हैं। इनमें से किसी का भी अब चीन से सीधा संपर्क नहीं है। युवा पीढ़ी अब कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएस और स्वीडन चली गई है। इसके बाद भी चायनीज खाने को पसंद करने वाले लोग तांगरा के रेस्तरां से दूरी बना रहे हैं।
करॉना वायरस का खौफ इतना ज्यादा है कि पिछले सप्ताह ज्यादा रेस्तरां में लोगों की आवक में 50 से 60 फीसदी की गिरावट आई है। तांगरा में शुन ली रेस्तरां के मालिक मैथ्यू चेन कहते हैं कि 1 फरवरी को जहां 81 कस्टमर आए थे वहीं पर 8 फरवरी को केवल 43 लोग आए। इससे हमें हर दिन 17 हजार रुपये का नुकसान हुआ। उधर, बड़े रेस्त्रां जैसे बिग बॉस और किम लिंग को 4 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
‘ग्राहकों की आवक में भारी कमी’
बिग बॉस के मैनेजर एस चांग कहते हैं कि उन्होंने ग्राहकों की आवक में भारी कमी महसूस की है। यहां तक कि रोजाना के ग्राहक भी अब यह पूछ रहे हैं कि अगर वे खाना खाने आते हैं तो उन्हें फ्लू तो नहीं हो जाएगा। चांग ने कहा, ‘लोग यह पूछ रहे हैं कि जिस चटनी और अन्य सामानों का इस्तेमाल खाना बनाने में हो रहा है, वह कहां से आया है। मैं उन्हें बताता हूं कि यह स्थानीय दुकान से खरीदा गया है लेकिन इसके बाद भी कई लोग हमारे रेस्तरां से दूरी बना रहे हैं।’
लोगों का भय चीनी खाने को लेकर बना हुआ है। चायनीज इंडियन असोसिएशन के प्रेजिडेंट बीन चिंग ला ने कहा कि लोगों भय का अनुचित है। बीन की बात से चिकित्सक भी सहमत हैं। विषाणु विज्ञानी अमिताभ नंदी ने कहा कि चीनी खाने को इतने ज्यादा तापमान पर पकाया जाता है कि कोई भी वायरस उसमें जिंदा नहीं रह सकता है।
Source: National