आखिर चीन ने क्यों बदला करॉना वायरस का नाम?

पेइचिंग
से शुरू हुए का खौफ अब पूरी दुनिया में फैल चुका है। अब चीन के नैशनल हेल्थ कमीशन ने इस वायरस को एक अस्थाई ऑफिशल नाम नॉवल करॉनावायरस निमोनिया या NCP दिया है। चीन के स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस नए नाम का ऐलान किया।

मिला नया नाम
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि इस नए वायरस को कोई स्थाई नाम दिए जाने तक चीन में चीनी सरकार के विभागों और संस्थानों द्वारा इसी नाम का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। गौर करने वाली बात है कि नए वायरस का नाम इंटरनैशनल कमिटी ऑन टैक्सोनॉमी ऑफ वायरस द्वारा रखा जाता है। साइंटिफिक जर्नल और कमिटी को एक नाम सबमिट कर दिया है और कुछ दिनों में इसके नए नाम को घोषित किए जाने की उम्मीद है।

ब्रिटिश वैज्ञानिक का दावा
दुनियाभर में के कहर के बीच एक ब्रिटिश वैज्ञानिक ने चौंकाने वाला दावा किया है। शुक्रवार को ब्रिटिश वैज्ञानिक जॉन एडमंड्स ने चेतावनी देते हुए कहा कि दुनियाभर में करॉना से संक्रमित जो आंकड़े बताए जा रहे हैं उसकी संख्या 10 गुना ज्यादा तक हो सकती है।

उन्होंने आगे बताया कि यह बीमारी देखने में बहुत हल्की लगती है और अगर कोई जांच नहीं करवाता है तो इसका पता नहीं चलता। इसके अलावा कोई भी टेस्ट 100 फीसदी सेंसिटिव नहीं होता इसलिए यह कहना गलत नहीं है कि सिर्फ 10 फीसदी मामलों का ही अभी पता चला हो। प्रफेसर एडमंड्स ने स्वीकार किया कि इस महामारी के मामलों में अधिकतर ‘अंदाज’ पर आधारित होता है। उन्होंने आगे बताया, ‘अगर बड़ी संख्या में मामले सामने आते हैं तो मैनपावर की कमी के चलते सबकी पुष्टि करना बहुत मुश्किल हो जाता है। समय सब बताएगा।’

कई वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी थी कि वायरस के कई देशों में फैलने और दो हफ्तों तक इसके पता न लगने व टेस्टिंग प्रक्रिया के भरोसेमंद ना होने के चलते इस वायरस का पता लगाना मुश्किल है।

आपको बता दें कि करॉना वायरस से अब तक कुल 722 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं शुक्रवार को हुबेई में 81 और दूसरे प्रांतों में 5 और मौतें हुईं। वहीं शनिवार को हुबेई में 2,841 नए मामलों की पुष्टि हुई। अब तक हुबेई में कुल 24,953 मामले सामने आ चुके हैं और 699 लोगों की मौत हो चुकी है।

Source: International

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