बीएचयू में प्रफेसर को फिरोज समर्थक बताकर छात्रों ने दौड़ाया

वाराणसी
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी () में शिक्षकों का विरोध जारी है। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में मुस्लिम प्रफेसर की नियुक्ति को लेकर विवाद अभी थमा नहीं है। वहीं, सोमवार को छात्रों ने विभाग के एक दलित सहायक सालवी पर हमला करने के लिए दौड़ा लिया। किसी तरह वह जानबचाकर भागे। सोमवार को हुई इस घटना को लेकर छात्र प्रफेसर के पक्ष में लामबंद होकर कुलपति से मिलने पहुंच गए हैं। कुलपति ने शाम 5 बजे का समय दिया है।

गौरतलब है बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में डॉ. की नियुक्ति के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन जारी है। सोमवार को संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान (एसवीडीवी) में छात्रों ने मंगलवार से होने वाली परीक्षा का बहिष्कार करते हुए संकाय में कामकाज बंद करा दिया। जिस समय आंदोलनरत छात्र संकाय बंद करा रहे थे, उसी समय विभागाध्यक्ष उमाकांत के साथ शांतिलाल सालवी बाहर निकल रहे थे। आंदोलनरत छात्रों ने उन्हें फिरोज समर्थक बताते हुए गाली दी और मारने के लिए दौड़ा लिया।

किसी तरह जान बचाकर भागे प्रफेसर शांतिलाल
बकौल प्रफेसर शांतिलाल वह पांच सौ मीटर दौड़कर किसी तरह जान बचाकर एक छात्र के बाइक पर बैठकर सेंट्रल ऑफिस पहुंचे। सेंट्रल ऑफिस पर कुलपति से मुलाकात नहीं होने पर वह कुलपति आवास पहुंच गए। कुलपति ने उन्हें शाम 5 बजे मुलाकात का समय दिया है। हमले के शिकार प्रफेसर शांतिलाल ने एनबीटी को फोन पर बताया कि जिन छात्रों को वह पढ़ाते हैं, वही उन्हें फिरोज समर्थक बताकर हमला कर देंगे, ऐसा उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था।

शांतिलाल सालवी ने कहा, ‘इन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कुलपति से शिकायत करने के बाद लंका थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराने जाऊंगा।’ उधर इस घटना को लेकर अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों व कर्मचारियों के संगठन ने घटना की निंदा करते हुए हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

छात्रों ने किया परीक्षा बहिष्कार का ऐलान
संस्कृत विद्या व धर्म विज्ञान संकाय में डॉ. फिरोज की नियुक्ति के विरोध में आंदोलनरत छात्रों ने मंगलवार से शुरू होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं के बहिष्कार का ऐलान किया है। आंदोलनरत छात्रों को मनाने बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर ओपी राय भी पहुंचे लेकिन छात्र नहीं माने और अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखा। बीएचयू प्रशासन ने फिरोज को खुद संकाय चुनने की छूट दे दी है। वहीं, आंदोलन करने वाले छात्रों का कहना है कि नियुक्ति रद्द नहीं हुई तो वे मंगलवार से होने वाली परीक्षाओं का बहिष्कार करेंगे।

Source: Uttarpradesh

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