उत्तर प्रदेश की सियासत में 2022 में मजबूत दस्तक देने के लिए कांग्रेस अब कॉमन मैन की तरफ ‘हाथ’ बढ़ाएगी। युवाओं के कंधों पर संगठन की जिम्मेदारी डालने वाली पार्टी वर्करों को भरोसा दे रही है कि अब सिर्फ बड़े नाम और चेहरों की नहीं बल्कि वर्करों की भी सुनी जाएगी। संगठन के साथ-साथ हर स्तर के चुनाव में युवाओं को टिकट देने में वरीयता दी जाएगी।
यूपी में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव पार्टी को खड़ा करने में जुटी हैं। वह हर मुद्दे पर सरकार को घेर रही हैं। उनकी तरफ से गठित संगठन की नई टीम सड़क से संसद तक ज्वलंत मुद्दों पर आवाज बुलंद कर रही है। कांग्रेस के सीनियर पदाधिकारी प्रियंका के टिप्स लेकर जिलों में जा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद रविवार को मेरठ आए थे। जितिन इस दौरान कांग्रेस के नए और पुराने नेताओं से मिले, उनकी शिकायते सुनीं और परेशानी जानी। इसके साथ ही जितिन ने कांग्रेस की मजबूती को लेकर आम लोगों से सुझाव भी लिए। जितिन प्रसाद ने भरोसा दिया कि हाईकमान ने साफ कर दिया है कि लड़ाई मुद्दों की हो या फिर चुनाव की, युवा आगे रखे जाएंगे। सीनियर को भी महत्व मिलेगा। उन्होंने कहा कि जोश, अनुभव व सहयोग से पार्टी आगे बढ़ेगी और टिकट कार्यकर्ताओं को ही दिया जाएगा।
फ्रंटल संगठनों पर है प्रियंका की नजरप्रियंका गांधी की नजर पार्टी के फ्रांटल संगठनों पर भी हैं। जिलों में गए कांग्रेसियों की रिपोर्ट में सामने आया है कि यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई और अल्पसंख्यक आदि प्रकोष्ठों के जिलों में मजबूत संगठन नहीं हैं। इन प्रकोष्ठों के नेता मुख्य पार्टी के कार्यक्रमों में ही शामिल हो जाते हैं। इनके द्वारा अपने स्तर पर कोई आंदोलन या कार्यक्रम करने की रणनीति नहीं बनाई गई हैं। मेरठ में हाल ही में अनूसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ ने जरूर कई मुद्दों को लेकर धरना प्रदर्शन किया था।
सूत्रों के मुताबिक, फ्रंटल संगठनों से जुड़े नेताओं से साफ कह दिया दिया गया है कि सभी संगठनों की सक्रिय भूमिका निभानी होगी और जनता के बीच अपनी पहचान बनानी होगी। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष (एससीएसटी, सेवादल और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रभारी) पूर्व मंत्री दीपक कुमार का कहना है कि सूबे में जल्द संगठन का गठन ब्लॉक स्तर तक कर दिया जाएगा। सारे संगठन आमजन की लड़ाई लड़ेंगे। आने वाले वक्त में कांग्रेस बदली हुई दिखेगी।
Source: Uttarpradesh