US में बढ़ी नास्तिक, धर्म से दूर रहनेवालों की संख्या

वॉशिंगटनअमेरिका में ऐसे लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो किसी भी धर्म में यकीन नहीं रखते हैं। इसके साथ ही को माननेवालों की संख्या में भी पहले से कमी आई है। प्यू रिसर्च सेंटर की ओर से किए गए सर्वे के नए डेटा में यह जानकारी सामने आई है। 2018 से 2019 के बीच टेलिफोन सर्वे के जरिए यह आंकड़े सामने आए। नास्तिक और अनीश्वरवादियों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन धार्मिक आयोजनों में शिरकत करनेवालों की संख्या में पहले की तुलना में कमी आई है।

अमेरिका में बढ़ी नास्तिकों, अनीश्वरवादियों की संख्या
सर्वे के अनुसार, प्यू सेंटर का कहना है कि 65% अमेरिकन व्यस्कों ने माना कि उनका धर्म ईसाई है। 2009 में यह आंकड़ा 77% तक था। दूसरी तरफ ऐसे लोग जिन्होंने खुद को नास्तिक या अनीश्वरवादी बतानेवालों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। यह आंकड़ा 17% 26% तक बढ़ गया। इसमें ऐसे लोग भी शामिल थे जिन्होंने कहा कि वह किसी एक धर्म विशेष में यकीन नहीं रखते हैं।

कैथलिक ईसाई मतावलंबियों की संख्या में कमी
अमेरिका में मुख्य रूप से रोमन कैथलिक और प्रॉटेस्टेंट 2 मतों के ईसाई धार्मिक रहते हैं। रोमन कैथलिक लोगों की संख्या में पहले की तुलना में काफी कमी आई है। 2009 में यह संख्या 51% तक थी जो अब घटकर 20% तक रह गई है। दूसरी तरफ रिसर्च सर्वे के अनुसार 43% व्यस्कों ने खुद को प्रॉटेस्टेंट धर्म माननेवाला बताया।

किसी धर्म को नहीं माननेवालों की संख्या में तेजी
सर्वे के अनुसार, अमेरिका में ऐसे लोगों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है जो किसी एक धर्म विशेष में यकीन नहीं रखते। स्वघोषित तौर पर खुद को नास्तिक बतानेवालों की संख्या 4% हो गई है, 2009 में यह 2% ही थी। अनीश्वरवादियों की संख्या एक दशक पहले 3% तक थी जो बढ़कर अब 5% हो गई है। 17% अमेरिकन ऐसे हैं जिन्होंने खुले तौर पर कहा कि वह किसी एक धर्म विशेष में यकीन नहीं रखते हैं। 2009 में यह संख्या 12% थी।

धार्मिक आयोजनों में भी भागीदारी 1 दशक में हुई कम
प्यू रिपोर्ट का कहना है कि धार्मिक सेवाओं में शिरकत करनेवालों की संख्या में भी पिछले 1 दशक में काफी कमी आई है। पिछले एक दशक में महीने में एक या 2 बार धार्मिक आयोजनों में जानेवालों की संख्या 7 फीसदी तक घटी है। अब ज्यादा अमेरिकी ऐसे हैं जिनका कहना है कि वह धार्मिक आयोजन में बहुत कम हिस्सा लेते हैं। महीने में एक या 2 बार धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेनेवालों की संख्या 2009 में 52% तक थी जो अब घटकर 47% है।

Source: International

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