छत्तीसगढ़ में आदिवासी सीएम विष्णुदेव साय,मध्यप्रदेश में ओबीसी सीएम मोहन यादव,राजस्थान में ???
रायपुर। देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में भाजपा ने बहुमत से जीत हासिल की। इनमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बड़ा उलटफेर कर भाजपा सत्ता में आई है। मतगणना के बाद नतीजे घोषित होने के बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म था कि इन राज्यों में सीएम कौन होगा ? सबसे पहले लंबे इंतजार के बाद छत्तीसगढ़ से सस्पेंस खत्म हुआ। कई नाम की चर्चाओं के बीच भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को छत्तीसगढ़ को आदिवासी सीएम विष्णुदेव साय के रूप में दिया। वहीं सोमवार को मध्यप्रदेश से भी सस्पेंस खत्म हुआ और भाजपा ने ओबीसी चेहरे मोहन यादव को सीएम घोषित किया। मध्यप्रदेश में 50 फ़ीसदी ओबीसी संख्या है। अब बारी राजस्थान की है,जहां मंगलवार को विधायक दल की बैठक होने जा रही है और संभावनाओं का बाजार गर्म हो गया है कि राजस्थान में सामान्य तबके से सीएम घोषित किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ में 13 दिसंबर को शपथग्रहण समारोह
इधर छत्तीसगढ़ में अब 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमामय उपस्थिति में छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और मंत्रिमंडल के सदस्य शपथ लेंगे। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दोपहर 2 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नबीन सहित अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने सौंपा इस्तीफा
मध्यप्रदेश में नए सीएम मोहन यादव के नाम पर मुहर लगने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने
राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। सोमवार दोपहर मध्यप्रदेश में हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव को विधायक दल का नेता “सीएम” चुना गया। इसके बाद मोहन यादव राज्यपाल से मिलने पहुंचे, राज्यपाल ने बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। मध्यप्रदेश का शपथग्रहण समारोह 13 या 14 दिसंबर को हो सकता है।
मोहन यादव ने माना आभार
सीएम चुने जाने के बाद मोहन यादव ने शीर्ष नेतृत्व का आभार माना। उन्होंने कहा कि यह बड़ी जवाबदारी और शीर्ष नेतृत्व का
विश्वास,ये भाजपा ही कर सकती है, एक छोटे से कार्यकर्ता को यहां तक पहुंचा सकती है।
अब बारी राजस्थान की,फैसला मंगलवार को,सामान्य तबके से हो सकता है सीएम !
छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश के बाद अब बारी राजस्थान की है। छत्तीसगढ़ को आदिवासी,मध्यप्रदेश को ओबीसी सीएम मिल चुका है। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान को सामान्य तबके से सीएम मिलने जा रहा है। कई नामों की चर्चाओं के गर्म बाजार के बीच दो राज्यों में सरप्राइज मिला है। ऐसे में राजस्थान में भी कुछ ऐसा ही होने की संभावना है। फिलहाल राजस्थान में भी सस्पेंस बरकरार है,जो मंगलवार को खुल जाएगा। मंगलवार को जयपुर भाजपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक शाम चार बजे होगी। इसके बाद राजस्थान में भी सीएम का चेहरा सामने आ जाएगा।
दिल्ली की बैठक के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षकों की हुई नियुक्ति
बता दें कि प्रधानमंत्री आवास दिल्ली में मुख्यमंत्री को लेकर बैठक बुलाई गई थी इसके बाद तीनों राज्यों के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई और नियुक्त केंद्रीय पर्यवेक्षकों को तीनों राज्यों में भेजा गया था विधायक दल के बैठक उसे पूर्ण केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सभी से राजकुमारी की और इसके बाद विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव रखकर सीएम का नाम फाइनल किया गया ठीक ऐसे ही राजस्थान में भी होने वाला है। बैठक के लिए सभी विधायकों को आमंत्रण भेज दिया गया है। राजस्थान के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सह-पर्यवेक्षक भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे विधायक दल की बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे। यदि राजस्थान में सामान्य तबके से सीएम की एंट्री होगी तो अजमेर उत्तर के बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी जो संघ के भी चहेते हैं,सीएम हो सकते हैं।