पश्चिमी यूपी के अलीगढ़ जिले में रविवार को हुई हिंसक झड़प के बाद अब जिले में स्थितियां नियंत्रण में हैं। हिंसक झड़प के मामले में पुलिस और घायलों की तरफ से कोतवाली और सिविल लाइन में 9 मुकदमे दर्ज किए हैं। शांति व्यवस्था बनाने के लिए आरएएफ और पुलिस फोर्स तैनात है। बवाल करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की बात कहते हुए प्रशासनिक अधिकारी अब उपद्रवियों को चिन्हित करने में जुटे हुए हैं।
बता दें कि अलीगढ़ में रविवार को सीएए और एनआरसी के विरोध में बैठी महिलाओं ने अचानक उपद्रव शुरू कर दिया था। इन लोगों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव कर दिया था। इसके बाद मौके पर मौजूद जवानों ने आंसू गैस के गोले दागकर किसी तरह भीड़ को नियंत्रित किया था। पथराव और झड़प की इस घटना में आरएएफ और पुलिस के 10 से अधिक जवान घायल हुए थे। रविवार को हुई इस घटना के बाद अलीगढ़ में तनाव की स्थिति ना बनने देने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया।
सेक्टर मैजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि शांति व्यवस्था के लिए जिले में अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया गया है। इस क्रम में कोतवाली, दिल्ली गेट, सिविल लाइन क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में आरएएफ, पीएसी ओर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही पुलिस फोर्स के साथ सेक्टर मैजिस्ट्रेट की ड्यूटी भी लगाई गई है।
उपद्रवियों की पहचान में जुटी पुलिस
अधिकारियों के अनुसार कोतवाली क्षेत्र में पुलिस की ओर से 3 और जनता की ओर से 5 मुकदमे दर्ज कराए गए है। वही सिविल लाइन क्षेत्र में चौकी इंचार्ज नितिन राठी की तहरीर ओर 500 अज्ञात लोगों के विरुद्ध रोड जाम कर उपद्रव करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस टीम उपद्रवियों की पहचान कर उनपर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रही है।