यूपी के बरेली की रहने वाली साफिया जावेद (16) तमाम स्टूडेंट्स की तरह 10वीं के बोर्ड के एग्जाम दे रही हैं। एग्जाम सेंटर पर सभी लोग उन्हें हैरत भरी निगाहों से देखते हैं, क्योंकि उनके साथ होता है। साफिया पिछले पांच साल से गंभीर रूप से बीमार हैं और बिना बाहरी मदद के सांस नहीं ले पातीं।
बरेली की शाहबाद कॉलोनी मं रहने वाली साफिया के पिता सरवर जावेद ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘मेरी बेटी हमेशा क्लास टॉपर रही है लेकिन पिछले पांच साल से उसकी सेहत काफी खराब है। वह रेगुलर स्टूडेंट थी लेकिन तबियत खराब होने की वजह से नियमित क्लास नहीं जॉइन कर सकती थी। इसलिए उसने यूपी बोर्ड के एग्जाम प्राइवेट स्टूडेंट के रूप में दिए हैं। वह पढ़ाई में बहुत तेज है, मुझे पूरी उम्मीद है कि उसके बहुत अच्छे नंबर आएंगे।
पांच साल पहले शुरू हुई दिक्कतें साफिया की सेहत के बारे में बताते हुए सरवर कहते हैं, ‘उसकी सभी दिक्कतें पांच साल पहले शुरू हुईं जब उसे गॉल ब्लैडर की पथरी निकलवाने के लिए ऑपरेशन करवाना पड़ा था। एक साल बाद पता चला कि उसे है, फौरन उसका इलाज करवाया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे ऑक्सिजन सपॉर्ट पर रखा हुआ है। उसके डॉक्टरों, स्कूल प्रिंसिपल और टीचरों ने बोर्ड एग्जाम देने में उसकी बड़ी मदद की है।’
तीन बच्चों में सबसे बड़ी है साफियासाफिया से जब पूछा गया कि वह भविष्य में क्या करना चाहती हैं, तो उन्होंने कहा, ‘यह समय बताएगा।’ साफिया के पिता ने बताया, ‘साफिया मेरी इकलौती बेटी है, तीन बच्चों में वह सबसे बड़ी है। वह अपने जीवन में सफल हो इसके लिए मैं अपनी पूरी पूंजी लगा दूंगा।’