विदेशों की तर्ज पर भारत के पर्यावरण प्रेमी भी गोमांस खाने से दूरी बनायेंगे : कांग्रेस विधायक

इंदौर, 23 फरवरी (भाषा) विदेशों में गोमांस से पर्यावरण प्रेमियों के दूरी बनाने के रुझान का जिक्र करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने रविवार को उम्मीद जतायी कि भारत में भी गोमांस खाने को लेकर नागरिकों की सोच बदलेगी। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के छोटे भाई तथा राज्य के चाचौड़ा सीट से विधायक लक्ष्मण सिंह विधानसभा में प्रस्तुत “मध्यप्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक 2019” पर विचार के लिये गठित प्रवर समिति के सभापति भी हैं। समिति की बैठक के बाद उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “दुनिया के कई देशों में लोगों ने पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर बीफ (गोमांस) खाना कम या बंद कर दिया है जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बीफ खाने को लेकर लोगों की सोच बदली है, तो हमारे यहां भी बदलेगी।” यह पूछे जाने पर कि क्या देश भर में गो वध और गोमांस खाये जाने पर एकसमान कानूनी पाबंदी लगायी जानी चाहिये, लोकसभा के सदस्य रह चुके सिंह ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा, “अगर हम गो पालन को लाभकारी उपक्रम बनायेंगे, तो गो वध कौन करेगा? अगर लोगों को गो मूत्र और गोबर जैसे उत्पादों से आमदनी होगी, तो गो वध अपने आप बंद हो जायेगा।” सिंह ने बताया कि प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार राज्य में अपने सवा साल के कार्यकाल के दौरान करीब 350 गोशालाएं खोल चुकी है। राज्य में इनकी तादाद को सिलसिलेवार तौर पर बढ़ाते हुए 3,000 पर पहुंचाया जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि गो तस्करी के संदेह में बेगुनाह लोगों से मारपीट की वारदातों पर रोक लगाने के लिये सूबे में सख्त कानूनी कदम सुनिश्चित किये जायेंगे। गो तस्करी पर अंकुश के लिये अलग मुखबिर तंत्र विकसित किये जाने के सुझाव पर भी विचार किया जा रहा है। प्रवर समिति के सभापति ने कहा, “चूंकि प्रदेश सरकार वित्तीय संकट से जूझ रही है। इसलिये गो सेवा के काम को केवल सरकार के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। हम गो सेवा को लेकर जनता से भी सुझाव मांग रहे हैं।”

Source: Madhyapradesh

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