B- उद्यमियों के अनुसार, 7 से 8 दिन का बचा है कच्चा माल
– दवा बनाने वाली कंपनियां बढ़ा सकती हैं दाम
एनबीटी न्यूज, गाजियाबाद:
Bकोरोना वायरस का असर अब जिले के उद्योग-धंधों पर भी पड़ने लगा है। सबसे ज्यादा प्रभाव ऑटो और फॉर्मा इंडस्ट्रीज पर होता दिख रहा है। चीन से आने वाले सामान की आपूर्ति घटने लगी है। कच्चा माल नहीं आ पा रहा है। इस सेक्टर से जुड़े उद्यमियों का कहना है कि अगर जल्द ही कच्चा माल आयात नहीं हो पाया तो ऑटो और फॉर्मा सेक्टर से जुड़ी इंडस्ट्रीज में उत्पादन पूरी तरह से ठप हो जाएगा और कंपनी को बंद भी करना पड़ सकता है।
जिले में 11 औद्योगिक क्षेत्र हैं। इनमें ऑटो सेक्टर से जुड़ी करीब 200 कंपनियां हैं। इसमें दो पहिया और चार पहिया वाहनों के सामान बनते हैं। जबकि 25 से अधिक ऐसी कंपनियां हैं जो दवाई और इलेक्ट्रॉनिक्स पार्ट्स बनाती हैं। इनके लिए 75 प्रतिशत कच्चा माल चीन से ही आता है। कोरोना के कारण चीन से कच्चा माल आना पूरी तरह से बंद है।
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तेजी से कम हो रहा स्टॉकB
कविनगर में ऑटो पार्ट्स की फैक्ट्री चलाने वाले नंदलाल ने बताया कि वाहनों के पार्ट्स बनाने में लीथियम बैट्री का उपयोग होता है। लीथियम बैट्री चीन से ही आयात होती है। इसके नहीं आ पाने की वजह से इलेक्ट्रिक वाहनों के पार्ट्स बनाने वाली इंडस्ट्रीज में उत्पादन की गति धीमी हो गई है। अगर यही हाल रहा तो बस एक सप्ताह के बाद इसका असर दिखने लगेगा।
Bउत्पादन कम हुआ तो कर्मचारियों को देनी पड़ेगी छुट्टीB
गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण शर्मा ने बताया कि कच्चा माल अगर नहीं आया तो इन सभी इंडस्ट्रीज में उत्पादन का पहिया रुक जाएगा। दवा बनाने वाली कंपनियों में भी कच्चे माल की दिक्कत होने लगी है। चीन से ही दवा बनाने वाला कच्चा माल यहां आता हैं। अगर कच्चे माल की व्यवस्था नहीं हो पाई तो परेशानी बढ़ जाएगी। अगर व्यवस्था नहीं बनी तो उत्पादन कम करना पड़ेगा। इसके चलते कुछ कर्मचारियों को छुट्टी भी देनी पड़ सकती है।
Bकोट:
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B75 फीसदी माल चीन पर निर्भरB
ऑटो पार्ट्स उद्यमी नंदलाल शर्मा का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण चीन से आयात रुक गया है। ऑटो पार्ट्स बनाने के लिए करीब 75 प्रतिशत कच्चे माल की निर्भरता चीन पर है। ऐसे में ऑटो पार्ट्स बनाने वाली सभी इंडस्ट्रीज प्रभावित हो रही है।
Bमार्केट में दिखने लगी माल की कमी
Bगाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण शर्मा ने बताया कि कोरोना के कारण माल नहीं आने की वजह से दाम बढ़ने लगे हैं। दामों को लेकर दवा के क्षेत्र में ज्यादा उछाल होता दिख रहा है।
Bबिगड़ने लगे हैं हालातB
उद्यमी कैलाश अरोड़ा ने बताया कि चीन में बने कच्चे और पक्के माल का भारत बड़ा खरीदार है। कोरोना के कारण अब चीन से कोई सामान नहीं आ पा रहा है। जिसका असर उद्योगों पर साफ दिखने लगा है। अगर माल आयात किए जाने में अधिक समय लगा तो हालात बिगड़ सकते हैं।
Source: Uttarpradesh