दिल्ली में एनकाउंटर में मारे गए रफीक कुरैशी पर नोएडा पुलिस को था शक
सीसीटीवी फुटेज के जरिए बदमाशों को त्रिलोकपुरी तक कर ट्रेस पाई पुलिस
दिल्ली में सक्रिय 50 बदमाशों को जूलर पर फायरिंग में किया गया जीरो-इन
विशेष संवाददाता, नोएडा
सेक्टर-12 के पी ब्लॉक मार्केट में दुकान में घुसकर जूलर को गोली मारकर लूटपाट करने के मामले में नोएडा पुलिस को दिल्ली में सक्रिय बदमाशों पर शक गहरा गया है। पुलिस ने दिल्ली के ऐसे 14 गिरोहों को जीरो-इन किया है, जो इस तरीके से वारदात करते हैं। इसके अलावा नोएडा-गाजियाबाद में सक्रिय 6 गैंग पर भी पुलिस की नजर है। दिल्ली में सोमवार तड़के एनकाउंटर में मारा गया गाजियाबाद के लोनी निवासी रफीक कुरैशी उर्फ राजा पहलवान के भी इस वारदात में शामिल होने का पुलिस को शक था। पुलिस उसकी कुंडली निकाल रही थी। इसी दौरान दिल्ली पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया।
कमल ज्वैलर्स के ओनर नरेश पवार को गोली मारने के बाद हुई लूट में नोएडा पुलिस इस गिरोह को भी शक के दायरे में रखकर जांच कर रही है। पुलिस को पता चला था कि राजा पहलवान कोर्ट में सरेंडर करने के लिए कुछ वकीलों के भी संपर्क में था। जिससे पुलिस को इस पर ज्यादा शक था। पता चला है कि राजा ने बीती 12 फरवरी की देर शाम दिल्ली के करावल नगर में प्रॉपर्टी डीलर और सादी वर्दी में बैठे 2 पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की थी। इसके बाद उसने लोनी में फायरिंग करने के साथ ही अपने पुराने साथी सलमान पर अंधाधुंध फायरिंग करके उसकी हत्या कर दी थी। जिसके बाद से कोर्ट में सरेंडर करने की जुगत में लगा था।
दिल्ली-गाजियाबाद में था सक्रिय
राजा पहलवान और उसका गिरोह दिल्ली के साथ गाजियाबाद में भी सक्रिय था। राजा के साथ मारा गया रमेश उर्फ राजू करावल नगर दिल्ली का रहने वाला था। हालांकि नोएडा पुलिस अभी तक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को त्रिलोकपुरी तक ही ट्रेस कर सकी है। जांच अधिकारियों के मुताबिक, वारदात के बाद बदमाश सेक्टर-6 होते हुए दिल्ली के वसुंधरा एंक्लेव में दाखिल हुए थे। जहां धर्मशीला कैंसर अस्पताल से आगे शाहदरा ड्रेन का पुल क्रॉस करके बाएं मुड़के आगे त्रिलोकपुरी के अंदर गए थे। रंजिश के एंगल पर कोई लीड नहीं मिलने पर पुलिस ने अब लूट करने वाले गिरोहों पर अपना फोकस बढ़ा दिया है।
डीसीपी नोएडा संकल्प शर्मा ने बताया कि दिल्ली में सक्रिय करीब 50 बदमाशों को इस केस के सिलसिले में जीरो-इन किया गया है। जिसमें रफीक कुरैशी और उसका साथी भी शामिल थे। इन पर भी पुलिस काम कर रही थी। हालांकि अभी तक यह कन्फर्म नहीं हो पाया है कि सेक्टर-12 की घटना में यह शामिल थे या नहीं।
Source: Uttarpradesh