बाइक पर स्कूटी का नंबर लगाकर आए थे बदमाश

2 बाइक्स पर आए थे बदमाश, 1 बाइक पर फर्जी नंबर, दूसरी पर स्कूटी का नंबर था

पुलिस अब इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की खोज कर रही है

विशेष संवाददाता, नोएडा

सेक्टर-12 पी ब्लॉक मार्केट में दुकान में घुसकर जूलर को गोली मारने वाले बदमाश एक बाइक पर स्कूटी का नंबर लगाकर आए थे, जबकि दूसरी बाइक का नंबर फर्जी निकला है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से दोनों बाइक के नंबर मिल गए थे। इनमें एक बाइक हीरो स्पलेंडर थी, जबकि दूसरी होंडा शाइन थी। बाइक के नंबरों के आधार पर पुलिस ने बदमाशों की खोजबीन शुरू की, तो एक बाइक का नंबर फर्जी होने की शुरू में ही जानकारी मिल गई थी। दूसरी बाइक के नंबर की पड़ताल करती हुई पुलिस गाजियाबाद पहुंची। यहां पता चला कि उस बाइक पर इस्तेमाल किया गया नंबर स्कूटी का है और स्कूटी मालिक के पास ही है। पुलिस की बाइक के नंबरों से बदमाश तक पहुंचने की उम्मीद अब खत्म हो चुकी है। लिहाजा अब इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की खोजबीन केंद्रित हो गई है।

सेक्टर-12 पी ब्लॉक मार्केट में गुरुवार को कमल ज्वैलर्स में घुसकर 3 बदमाशों ने दुकान मालिक नरेश पवार को गोली मारकर घायल कर दिया था। बदमाश दुकान से सोने की जूलरी की ट्रे लूट ले गए थे। दुकान के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी में बदमाश कैद हो गए थे। इससे पता चला कि दो बाइक पर तीन बदमाश हेलमेट पहनकर वारदात करने थे। जांच में पुलिस को पता चला कि बदमाशों ने हेलमेट के अंदर भी मास्क पहन रखा था। सीसीटीवी फुटेज से ही पुलिस को पता चला कि बदमाश वारदात के बाद शिमला पार्क से स्वानी फर्नीचर चौराहा होते हुए सेक्टर-8, सेक्टर-6 होते हुए दिल्ली वसुंधरा एन्क्लेव की तरफ गए हैं। सीसीटीवी में उनकी लोकेशन धर्मशिला कैंसर अस्पताल तक दिख रही है। लिहाजा पुलिस यह मान रही है कि बदमाश इसी इलाके के आसपास के रहने वाले हो सकते हैं। यहां दल्लूपुरा, न्यू अशोक नगर, त्रिलोकपुरी, चिल्ला, घड़ौली और न्यू कोंडली के इलाके पड़ते हैं। लिहाजा यहां पर पुलिस ने दबिश देने के साथ ही निगरानी भी बढ़ा दी है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वारदात में पुलिस दो एंगल पर काम कर रही है। अभी तक पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है कि वारदात लूट के मकसद से की गई है या फिर रंजिश के चलते। अधिकारियों का मानना है कि बदमाश अगर रंजिश के चलते हत्या के मकसद से आए थे, तो उनके पास इसके लिए पर्याप्त टाइम था, लेकिन गोली चलाने के बाद भी उन्होंने लूट भी नाम भर की थी। अडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया है कि सीसीटीवी से साफ है कि हमलावर पेशेवर हैं। लिहाजा दिल्ली-एनसीआर में पिछले 3 साल में इस तरीके से वारदात करने वाले गैंग के बदमाशों के बारे में पता लगाया जा रहा है।

डीसीपी संकल्प शर्मा का कहना है कि फिलहाल दोनों ही मोटिव से इनकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस टीम दिल्ली बॉर्डर से सटे इलाकों में दबिश दे रही हैं। दिल्ली में एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती नरेश पवार की हालत में काफी सुधार है। पुलिस ने उनसे बात की है। उन्होंने किसी तरह की रंजिश से इनकार किया है।

Source: Uttarpradesh

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