करॉनाः अपनों को मरता देखने को मजबूर लोग

वुहान (चीन)
आसपास सैंकड़ों लोगों ने दम तोड़ दिया हो और 63 हजार जिंदगी पर मौत का साया हो, तो ऐसे में उन्हें देखकर बाकी लोगों पर क्या बीत रही है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। दिसंबर के आखिर में करॉना ने पांव पसारने शुरू किए तो चीन के वुहान में लोगों को अंदाजा ही नहीं था कि उनकी जिंदगी किस नारकीय स्थिति की तरफ बढ़ रही है। मॉल बंद, दुकान बंद, रिहायशी कम्पाउंड बंद , परिवहन के साधन पर रोक और तो और पूरा का पूरा शहर सील, अब हालत यह आ गई है कि लोग अपनों को इलाज के आभाव में तिल-तिल को मरता देखने को मजबूर हो रहे हैं। इसकी वजह ये है कि संक्रमित लोगों को क्वारनटाइन सेंटर (पृथक केंद्र) में रखा तो जा रहा है लेकिन उनके लिए न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं न नर्स और न ही मेडिकल उपकरण।

नींद खुली तो भाई को मरा पाया
वुहान में एक होटल का स्थायी रूप से क्वारनटाइन सेंटर में बदल दिया गया है। इस केंद्र में दो भाइयों वांग जियांगकी (61) और वांग जियांग्य (62) को दो सप्ताह पहले लाया गया था। एक सुबह जियांगकी की नींद खुली तो उन्होंने अपने भाई को मृत पाया। वांग उन हजारों परिवारों में से हैं जिनकी जिंदगी करॉना ने तबाह कर दी है। स्थानीय प्रशासन ने दो नए अस्पतालों का निर्माण किया है लेकिन जिस तरह से यह संक्रमण अपना पांव तेजी से पसार रहा है उस अनुपात में इसे लड़ने की तैयारी नहीं हो पाई है।

भावनात्मक रूप से टूट रहे चीनी
करॉना ने लोगों को भावनात्मक रूप से भी तोड़कर रख दिया है। जियांग्यू के शव को ले जाने के लिए शवदाह गृह से कार भेजी गई, लेकिन परिवार को अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं मिली और 15 दिन बाद सिर्फ राख ले जाने के लिए कहा गया है। जियांग्यू की मौत से दो दिन पहले हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उनके प्रिस्क्रिप्शन में लिखा था कि संभवतः दोनों भाई करॉना पीड़ित हो सकते हैं। सीसीटीवी स्कैन से पता चला कि उन्हें गंभीर वायरल इन्फेक्शन है। लेकिन अस्पताल के पास करॉना की पुष्टि के लिए आरएनए किट मौजूद नहीं है। बता दें कि करॉना ने अब तक अकेले चीन में 1350 लोगों की जिंदगियां लील ली हैं।

अपनों को मिलने को तरसे लोग
भाई की मौत से घबराए पेशे से कैब ड्राइवर जियांगकी ने होटल में रहने से इनकार कर दिया । वह अपने रिश्तेदार के घर एकांतवास में रह रहे हैं। उनकी पत्नी उनके लिए खाना व दवाई ले जाती थीं। अब वह खुद बीमार हैं और डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें करॉना का संक्रमण है। वहीं, उनकी बेटी वांग वेनजुन वुहान के दूसरे तरफ रहती हैं और ट्रांसपोर्ट की सुविधा बंद होने के कारण वह अपने माता-पिता की पहुंच से दूर हो गई हैं। उसने चीनी सोशल मीडिया साइट वीबो के जरिये लोगों से पिता के इलाज के लिए मदद मांगी है। कम्युनिटी गर्वमेंट ने उसकी अपील पर ध्यान देते हुए कहा कि इस संदर्भ में फैसला सिर्फ वायरस पर बनाई गई टास्कफेस ले सकती है। जियांगकी की बेटी वेनजुन निराशा भरे लहजे में कहती हैं, ‘हमने ऐसा क्या किया कि हमें ऐसी सजा दी गई?’

Source: International

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