बलिया: निर्भया पर सीएमओ बेतुके बोल पर छात्रों का भी गुस्सा सुलगा

बलिया
दिल्ली में दरिंदगी की शिकार होने के बाद जान गंवा देने वाली बलिया की बहादुर बेटी के गांव में पिछली सरकार में बने पीएचसी पर डॉक्टर नहीं होने से धरने पर बैठे बुजुर्ग ग्रामीणों से बेतुके बोल बोलने वाले पीके मिश्र के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है।

निर्भया के गांव में उसके बाबा जहां धरने पर आज भी बैठे हैं, वहीं शुक्रवार को छात्रों का भी गुस्सा सुलग उठा। सीएमओ के खिलाफ छात्रों का गुस्सा इस कदर सुलगा कि जूता का माला पहनाने के लिए सीएमओ दफ्तर पहुंच गए। वहां सीएमओ से मुलाकात नहीं हुई तो आक्रोशित छात्र कलेक्ट्रेट सभागार पहुंच गए, जहां मंडलायुक्त कनकलता त्रिपाठी से मिलकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।

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गौरतलब है कि नरही के पास मौजूद निर्भया के गांव में निर्भया के नाम से तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनवाया था। जहां डॉक्टरों की अनुपस्थिति को लेकर ग्रामीण धरनारत हैं। वहीं सीएमओ प्रीतम कुमार मिश्र मौके पर पहुंचकर बुजुर्गों से कहा था कि 17 साल डॉक्टरी पढ़ने में लगता है। आप लोग डॉक्टरी नहीं पढ़ाए तो डॉक्टर कहां से कोई बनेगा। इतना ही नहीं निर्भया पर सीएमओ ने कहा था कि उसे दिल्ली क्यों भेजा था। इसी बात को लेकर छात्रों ने सीएमओ कार्यालय पर जूता की माला लेकर धरना दिया।

Source: Uttarpradesh

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