सूरज को करीब से निहारने निकला नासा का यान

वॉशिंगटन
यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी का सोलर ऑर्बिटर स्पेसक्राफ्ट अपने ऐतिहासिक मिशन के तहत सोमवार को अंतरिक्ष में प्रवेश कर गया। इस महत्वाकांक्षी मिशन का उद्देश्य पहली बार सूर्य के ध्रुवों की तस्वीर लेना है। NASA ने एक बयान जारी कर बताया है कि 1.5 अरब डॉलर की लागत वाले इस स्पेसक्राफ्ट को फ्लॉरिडा के केप कैनवरल एयर फोर्स स्टेशन से यूनाइटेड लॉन्च अलायंस एटलस 5 रॉकेट से लॉन्च किया गया।

स्थानीय समयानुसार सोलर ऑर्बिटर को रविवार को लॉन्च किया गया। यह 7 साल में कुल 4 करोड़ 18 लाख किलोमीटर दूरी तय करेगा। NASA के बयान में कहा गया है कि सोमवार को सुबह जर्मनी स्थित यूरोपियन स्पेस ऑपरेशंस सेंटर को स्पेसक्राफ्ट से सिग्नल मिले जो इस बात का संकेत है कि उस पर लगे सोलर पैनल सफलतापूर्वक तैनात हो चुके हैं। लॉन्च के बाद पहले दो दिनों में सोलर ऑर्बिटर अपने तमाम उपकरणों और ऐंटिना को तैनात करेगा जो धरती तक संदेश भेजेंगे और वैज्ञानिक आंकड़ों को जुटाएंगे।

ESA और NASA ने इससे पहले 1990 में यूलिसेस मिशन लॉन्च किया था, जिसने वैज्ञानिकों को सूर्य के चारों तरफ के अहम क्षेत्र को पहली बार मापने में मदद की थी। यूलिसेस के साथ कैमरा नहीं गया था लेकिन सोलर ऑर्बिटर पर कैमरे लगे हैं जो सूर्य के ध्रुवों की पहली बार तस्वीर मुहैया कराएंगे। ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण सूचना साबित होगी और इससे वैज्ञानिक सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र के बारे में और ज्यादा जानकारी हासिल कर सकेंगे।

Source: International

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