मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जिला प्रशासन ने एक अनोखा आदेश जारी किया है। इसके तहत बंदूक लाइसेंस का आवेदन करने वालों को गोशाला में रहने वाली 10 दान करने की शर्त रखी गई है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि ठंड से गायों की रक्षा हो सके।
शनिवार को ग्वालियर के जिला अधिकारी अनुराग चौधरी ने ये आदेश जारी किए हैं। इसके पीछे की कहानी यह है कि हाल ही में जिलाधिकारी गोला का मंदिर इलाके की एक सरकारी गोशाला के दौरे पर थे जहां उन्होंने देखा कि छह गायों की मौत अत्यधिक ठंड की वजह से हो गई। उन्होंने लाल टिपारा इलाके में ग्वालियर नगर पालिका द्वारा संचालित गोशाला का भी दौरा किया।
गर्मियों में जरूरी किया पेड़ लगाना
अनुराग पहले भी ऐसा करते रहे हैं। जून में उन्होंने आदेश दिया था कि बंदूक के लाइसेंस के आवेदनकर्ता पेड़ लगाए और पेड़ों के साथ सेल्फी खींच कर आवेदन के साथ अटैच कर दें। आवेदनकर्ताओं को महीने भर तक पौधों की देखभाल करने के निर्देश भी दिए गए थे।
हाल ही में गए थे गोशाला
जनसंपर्क विभाग के अधिकारी ने बताया, ‘गोशाला के दौरे के बाद जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि हर लाइसेंस आवेदनकर्ता को दोनों में से किसी भी गोशाला को 10 कंबल दान करने होंगे। इस बारे में निर्देश जारी किए जा चुके हैं।’
चंबल क्षेत्र में है बंदूकों का शौक
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि गोला का मंदिर और लाल टिपारा की दोनों गोशालाओं में कम से कम 8 हजार गाएं हैं। ग्वालियर चंबल क्षेत्र के अंतर्गत आता है जो एक समय में डाकुओं के लिए कुख्यात था, वहां बंदूक रखने का इतिहास काफी पुराना है।
बिजली कंपनी का अनोखा अनुरोध
नवंबर में मुरैना की सरकारी बिजली कंपनी ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया था कि बिजली का बिल न जमा करने वाले लोगों के बंदूक के लाइसेंस कैंसल कर दिए जाएं। बिजली अधिकारियों का कहना था कि जब भी इन लोगों से बिजली का बिल जाम करने को कहा जाता है ये बंदूक दिखाकर कर्मचारियों को धमका देते हैं।
Source: Madhyapradesh